मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का दावा है कि एसआईआर के जरिए घुसपैठियों और रोहिंग्याओं के नाम हटाए जाएंगे। इस पर सवाल उठाते हुए ममता बनर्जी ने कहा की क्या घुसपैठिए सिर्फ बंगाल में ही हैं? कश्मीर में नहीं, दिल्ली में नहीं? फिर पहलगाम में हमला कैसे हुआ? दिल्ली में जो घटनाएं हुईं, उन्हें किसने अंजाम दिया? उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
ममता ने यह भी सवाल किया कि महज दो महीने के भीतर इतनी जल्दबाज़ी में एसआईआर प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश क्यों की जा रही है। उनका दावा है कि इस प्रक्रिया के चलते अब तक 58 से 60 आम लोगों की मौत हो चुकी है। इस मुद्दे पर उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी उंगली उठाई।
सभा की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने तृणमूल सरकार के 14 वर्षों के विकास कार्यों का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि कभी माओवादी आतंक के कारण बांकुड़ा में पर्यटक आने से डरते थे, लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में राज्य की प्रगति का जिक्र करते हुए उन्होंने बांकुड़ा के छात्रों के अच्छे परिणामों की भी सराहना की।
इसके साथ ही ममता बनर्जी ने विभिन्न भाजपा शासित राज्यों में प्रवासी मजदूरों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश, असम, ओडिशा, राजस्थान जैसे राज्यों में प्रवासी मजदूरों पर अत्याचार हो रहा है, जबकि बंगाल में डेढ़ करोड़ प्रवासी मजदूर रहते हैं और हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते।
गौरतलब है कि 2021 के विधानसभा चुनाव में बांकुड़ा जिले की 12 सीटों में से 8 सीटें तृणमूल कांग्रेस के हाथ से निकल गई थीं। वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में भी जिले की दो सीटों में से विष्णुपुर में तृणमूल को हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बड़जोड़ा़ की इस सभा से ममता बनर्जी का आक्रामक तेवर राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है।
एसआईआर विवाद के बीच बड़जोड़ा से ममता बनर्जी का भाजपा पर तीखा हमला, अमित शाह के दौरे पर साधा निशाना
Reviewed by Bengal Media
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December 30, 2025
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