बीरभूम- पश्चिम बर्धमान जिले के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग के बाद अजय नदी पर स्थित अस्थायी फेरी घाट की सड़क का निर्माण कार्य आखिरकार शुरू हो गया है। यह कार्य 31 दिसंबर से कांकसा ब्लॉक के विद
बिहार ग्राम पंचायत की निगरानी में आरंभ हुआ।
गौरतलब है कि बीरभूम और पश्चिम बर्धमान के बीच आवागमन को सुगम बनाने के लिए अजय नदी पर एक स्थायी पुल का निर्माण पहले ही किया जा चुका है। इस पुल का उद्घाटन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था और इसका नामकरण “जयदेव सेतु” रखा गया। इसके बावजूद जयदेव मेला से पहले पुराने अस्थायी फेरी घाट को चालू रखने की मांग को लेकर पश्चिम बर्धमान के लोगों में भारी नाराज़गी देखी जा रही थी। कई बार विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम भी किए गए।
राज्य के पंचायत, ग्रामीण विकास एवं सहकारिता मंत्री प्रदीप मजूमदार ने जनता को आश्वासन दिया था कि स्थायी पुल के साथ-साथ अस्थायी फेरी घाट की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद सिंचाई विभाग और कांकसा के बीडीओ सौरभ गुप्ता ने फेरी घाट की सड़क का निरीक्षण किया।
आखिरकार विद बिहार ग्राम पंचायत के अंतर्गत नवग्राम से जयदेव मेला जाने वाले मार्ग पर अस्थायी फेरी घाट की सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह अस्थायी पुल आज भी बेहद महत्वपूर्ण है। इसके बिना क्षेत्र के लोगों की रोज़ी-रोटी पर सीधा असर पड़ेगा।
हालांकि, जयदेव केंदुली ग्राम पंचायत के प्रधान बुम्बा रुईदास ने इस निर्माण को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस अस्थायी सड़क के निर्माण के लिए बीरभूम के इलामबाजार ब्लॉक प्रशासन या जयदेव केंदुली ग्राम पंचायत से कोई अनुमति नहीं ली गई है। उन्हें यह भी स्पष्ट जानकारी नहीं है कि किस प्रक्रिया के तहत सड़क का पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
फिलहाल जेसीबी मशीनों की मदद से फेरी घाट पर सड़क निर्माण का कार्य तेज़ी से चल रहा है। मंत्री प्रदीप मजूमदार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आम लोगों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इसी उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
अजय नदी पर अस्थायी फेरी घाट की सड़क का काम शुरू, स्थानीय लोगों की मांग पर प्रशासन की पहल
Reviewed by Bengal Media
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December 31, 2025
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